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सर्दियों के सुपरफूड- रोज 1 गाजर खाएं, 110% विटामिन-A पाएं:  आंखों की रोशनी तेज, कैंसर का जोखिम कम, ज्यादा खाने से नुकसान

सर्दियों के सुपरफूड- रोज 1 गाजर खाएं, 110% विटामिन-A पाएं: आंखों की रोशनी तेज, कैंसर का जोखिम कम, ज्यादा खाने से नुकसान


6 घंटे पहलेलेखक: गौरव तिवारी

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‘सर्दियों के सुपरफूड’ सीरीज में आज का फूड है– गाजर।

किसी मौसम में स्वस्थ रहने का सबसे आसान तरीका ये है कि उस मौसम के फल और सब्जियां खाइए। अगर उस मौसम के सुपरफूड खा रहे हैं तो बीमारियां आसपास भी नहीं फटकेंगी। गाजर सर्दियों का ऐसा ही एक सुपरफूड है।

यह एक रूट वेजिटेबल है, जिसे पहली बार 900 ईस्वी के आसपास अफगानिस्तान में उगाया गया था। आमतौर पर घर, बाजार और किताबों में नारंगी रंग का गाजर दिखता है। हालांकि यह बैंगनी, पीला, लाल और सफेद कई रंगों का होता है। शुरुआती दिनों में गाजर बैंगनी या पीले रंग का होता था। नारंगी गाजर मिडिल ईस्ट में 15वीं या 16वीं शताब्दी के आसपास डेवलप किया गया।

गाजर विटामिन A, C और K से भरपूर होता है। इसमें आयरन, कैल्शियम, जिंक, पोटेशियम और कॉपर जैसे जरूरी मिनरल्स होते हैं। इसके अलावा यह फाइबर और कार्बोहाइड्रेट का भी अच्छा सोर्स है। इसे रोज खाने से आंखों की रोशनी तेज होती है, कैंसर का जोखिम कम होता और वेट मैनेजमेंट में भी मदद मिलती है।

इसलिए ‘सर्दियों के सुपरफूड’ सीरीज में आज बात करेंगे गाजर की। साथ ही जानेंगे कि-

  • इसकी न्यूट्रिशनल वैल्यू क्या है?
  • रोजाना एक गाजर खाने के क्या फायदे हैं?
  • किन लोगों को गाजर नहीं खाना चाहिए?

ग्राफिक- 1

गाजर में विटामिन A होता है, इसे रोज खाने से आंखों की रोशनी तेज होती है। ठंड में शरीर को हाइड्रेटेड रखता है। वेट मैनेजमेंट में मददगार है और कैंसर का जोखिम भी कम करता है।

-डॉ. मदन मोहन सिंह कुशवाहा, आयुर्वेदाचार्य, मानसरोवर ग्लोबल यूनिवर्सिटी, भोपाल

गाजर की न्यूट्रिशनल वैल्यू क्या है?

गाजर में 86% से लेकर 95% तक पानी होता है। बाकी के 10% हिस्से में कार्बोहाइड्रेट होता है। गाजर में प्रोटीन और फैट भी होता है, लेकिन इनकी मात्रा बेहद कम होती है।

गाजर विटामिन और मिनरल्स से भरपूर होता है

गाजर में कई विटामिन और मिनरल्स होते हैं। यही कारण है कि यह सेहत के लिए इतना फायदेमंद है। आमतौर पर लोग यह समझते हैं गाजार में ढेर सारा विटामिन A होता है। जबकि विटामिन A के अलावा गाजर में विटामिन C और B6 भी बहुत ज्यादा होता है।

गाजर में शरीर के लिए जरूरी कई मिनरल्स भी होते हैं, ग्राफिक में देखिए:

बेहद फायदेमंद है गाजर

गाजर एक ऐसी सब्जी है, जिसमें कैलोरी बहुत कम होती है और न्यूट्रिशनल वैल्यू बहुत ज्यादा होती है। जरूरी विटामिन, मिनरल्स और एंटीऑक्सिडेंट की मौजूदगी के कारण यह इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है। खास न्यूट्रिशनल वैल्यू के कारण ही इसके सेवन से हार्ट, किडनी और लिवर की सेहत अच्छी बनी रहती है। इससे और क्या फायदे होते हैं, ग्राफिक में देखिए:

गाजर से जुड़े कुछ कॉमन सवाल और उनके जवाब

सवाल: क्या हम रोज गाजर खा सकते हैं?

जवाब: हां, बिल्कुल खा सकते हैं। रोज एक गाजर खाने से शरीर के लिए जरूरी बहुत सारे विटामिन और मिनरल मिल जाते हैं। हालांकि, गाजर में बीटा-कैरोटीन नाम का एंटीऑक्सिडेंट होता है। अगर कोई लगातार बहुत लंबे समय तक बहुत ज्यादा गाजर खा रहा है तो उसे कैरोटीनेमिया हो सकता है। इसमें स्किन का रंग नारंगी या पीला हो जाता है। इसलिए एक साथ ज्यादा गाजर न खाएं।

सवाल: रोज कितनी गाजर खानी चाहिए?

जवाब: एक स्वस्थ वयस्क व्यक्ति को एक दिन में 1-2 गाजर खानी चाहिए। बच्चे दिन में एक गाजर खा सकते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि एक गाजर लगभग 125 ग्राम से 200 ग्राम की होती है। अगर प्रतिदिन 125 ग्राम की एक गाजर भी खाई जाए तो इससे हमारी रोजाना जरूरत के विटामिन A का 100% से भी ज्यादा हिस्सा मिल जाता है।

रोज ज्यादा गाजर खाने से बाल झड़ने, होंठ फटने, स्किन सूखने और हड्डियां कमजोर होने की समस्या हो सकती है। इससे ब्लड में कैल्शियम की मात्रा भी बढ़ सकती है, जिससे इडियोपैथिक इंट्राक्रेनियल हाइपरटेंशन जैसी कंडीशन बन सकती है। यह कंडीशन तब बनती है, जब ब्रेन के आसपास बहुत अधिक दबाव बढ़ जाता है।

सवाल: गाजर कच्चा खाना फायदेमंद है या पकाकर?

जवाब: कुछ सब्जियां कच्ची और पकाकर दोनों तरह से खाई जा सकती हैं। गाजर इन्हीं सब्जियों में से एक है। इसे कच्चा खाने पर भी पेट आसानी से पचा सकता है। यह हेल्दी ब्रेकफास्ट या स्नैक्स में खाई जा सकती है। इसमें ढेर सारा फाइबर भी मिलता है, जिससे कब्ज नहीं होता है।

अगर गाजर पकाकर खा रहे हैं तो बीटा-कैरोटीन एब्जॉर्प करने में आसानी होती है और अगर यह दूषित है तो संक्रमण का जोखिम भी कम हो जाता है।

सवाल: क्या गाजर पकाने से उसके पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं?

जवाब: नहीं, गाजर पकाने से इसके पोषक तत्वों में कोई खास फर्क नहीं आता है। अगर गाजर को बहुत देर तक तेज आंच में पकाया जाए तो इसकी एंटीऑक्सिडेंट एक्टिविटी और विटामिन C में कमी हो सकती है।

गाजर को सिर्फ उबालने पर या हल्की आंच में पकाने पर इसके न्यूट्रिशन पर खास फर्क नहीं पड़ता है, उल्टे हमारे शरीर के लिए इसमें मौजूद पोषक तत्वों का एब्जॉर्पशन आसान हो जाता है।

सवाल: क्या गाजर खाने से कोई एलर्जिक रिएक्शन भी हो सकता है?

जवाब: हां, जिन लोगों को पॉलोन-फूड एलर्जी सिंड्रोम है, उन्हें गाजर खाने के बाद एलर्जिक रिएक्शन हो सकते हैं। इस सिंड्रोम में व्यक्ति को कुछ कच्चे फल, मेवे और सब्जियों से रिएक्शन होता है। इससे गले, मुंह और कान में खुजली के साथ सूजन हो जाती है। अगर गाजर खाने पर ऐसा कोई भी लक्षण दिखे तो तुरंत डॉक्टर से मिलें।

सवाल: क्या गाजर से कोई नुकसान भी होता है?

जवाब: आमतौर पर गाजर खाने का कोई साइड इफेक्ट नहीं है। हालांकि लगातार कई दिनों तक बहुत अधिक गाजर खाने से स्किन पीली या नारंगी हो सकती है। ज्यादा गाजर खाने से पाचन से जुड़ी समस्याएं भी हो सकती हैं। कुछ मामलों में इसके एलर्जिक रिएक्शन दिख सकते हैं। अगर कोई साइड इफेक्ट नजर आ रहा है तो गाजर खाना बंद कर दें और डॉक्टर से कंसल्ट करें।

सवाल: किन लोगों को गाजर नहीं खाना चाहिए?

जवाब: इन लोगों को गाजर नहीं खाना चाहिए:

  • जिन्हें डायरिया है।
  • जो लोग कोई हॉर्मोनल थेरेपी ले रहे हैं।
  • जिन लोगों को पॉलोन-फूड एलर्जी सिंड्रोम है।

सवाल: क्या गाजार को पचाना आसान है?

जवाब: हां, गाजर को पचाना ज्यादातर लोगों के लिए आसान होता है। गाजर में मौजूद फाइबर इसका पाचन आसान बनाता है। छोटे बच्चों को और जिन लोगों को आंतों से जुड़ी कोई समस्या है, उन्हें कच्ची गाजर पचाने में मुश्किल हो सकती है। अगर इसे पका लिया जाए तो इसका पाचन सबके लिए बेहद आसान हो जाता है।

ग्राफिक: अंकुर बंसल

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