मौलाना तौकीर रज़ा ने एक बार फिर सरकार और पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों के जमाने की जो पुलिस देशभक्तों पर अत्याचार करती थी, वैसी ही पुलिस आज मुसलमानों पर ज़ुल्म कर रही है।
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उन्होंने हैदरी दल का बचाव करते हुए कहा कि उन्होंने सिर्फ अपनी बहनों को समझाया, लेकिन उन्हें देशद्रोही बना दिया गया। जबकि बजरंग दल जैसे आतंकवादी संगठनों को खुली छूट दी जा रही है।
11 लोग गिरफ्तारी देंगे, कलेक्ट्रेट तक पैदल मार्च का ऐलान
तौकीर रज़ा ने ऐलान किया कि रविवार को वे 10 लोगों के साथ दोपहर 1 बजे सेठ दामोदर पार्क से कलेक्ट्रेट तक पैदल मार्च करेंगे और वहां गिरफ्तारी देंगे।
यह विरोध मस्जिदों, मदरसों और मजारों पर बुलडोज़र कार्रवाई, मुसलमानों की लिंचिंग और इस्लाम के खिलाफ हो रही गतिविधियों के खिलाफ होगा। उन्होंने चेताया कि यदि पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार नहीं किया तो वे वहीं धरना देंगे।
अब किसी से शिकायत नहीं कर सकते, न्याय व्यवस्था दबाव में
उन्होंने कहा कि अब देश में कोई ऐसा नहीं बचा जिससे वे अपनी शिकायत कर सकें। इंटरनेशनल कोर्ट में जाने को देश की तौहीन मानते हैं। उन्होंने कहा कि अदालतें भी अब सरकार के दबाव में काम कर रही हैं और पुलिस न्यायालय के आदेशों का सम्मान नहीं कर रही, बल्कि उनका अपमान कर रही है।
ऐसे हालात में जिंदा रहने से बेहतर है गिरफ्तारी
मौलाना ने कहा कि जब हमारे सामने इतना अन्याय हो रहा है और हम कुछ नहीं कर पा रहे हैं, तो हमें जिंदा रहने का कोई हक नहीं है। लेकिन इस्लाम हमें खुदकुशी की इजाजत नहीं देता, न ही मौत की दुआ करने की। इसलिए हमने यह रास्ता चुना है कि जब तक हिंदुस्तान में ये बेईमानियां चल रही हैं, हम आज़ादी के साथ नहीं रहना चाहते। इसलिए हम गिरफ्तारी देने जा रहे हैं।
बरेली से उठेगी देशव्यापी गिरफ्तारी आंदोलन की लहर
तौकीर रज़ा ने भरोसा जताया कि बरेली से शुरू हो रही यह गिरफ्तारी आंदोलन की मुहिम पूरे देश में फैलेगी। उन्होंने अपील की कि उनके जेल जाने के बाद देशभर में लोग गिरफ्तारी देकर इस अन्याय के खिलाफ आवाज़ उठाएं।
हिजाब समझाना गुनाह कैसे हो गया?
उन्होंने हैदरी दल का समर्थन करते हुए कहा कि बजरंग दल के लोग हमारी बहनों के हिजाब खींचते हैं, लेकिन हैदरी दल ने किसी का हिजाब नहीं खींचा, बल्कि उसे समझाया। अगर कोई अपनी बहन को हिजाब का महत्व समझाता है, तो क्या वो देशद्रोही हो गया? उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस बजरंग दल जैसे संगठनों को छूट दे रही है, जबकि मुसलमानों पर अत्याचार कर रही है।
मुसलमानों पर अत्याचार कर रही
उन्होंने कहा कि पुलिस का रवैया आज भी वैसा ही है जैसा अंग्रेजों के वक्त था। जो पुलिस उस समय देशभक्त हिंदुस्तानियों पर लाठियां बरसाती थी, वही पुलिस आज देशभक्त मुसलमानों को निशाना बना रही है। उन्होंने साफ कहा कि यह अन्याय अब और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
सैयद मसूर गाजी को लेकर की गई गुस्ताखी पर भी नाराजगी
अंत में तौकीर रज़ा ने कहा कि सैयद मसूर गाजी को लेकर की गई हालिया गुस्ताखी से भी लोगों में गहरी नाराज़गी है। उन्होंने कहा कि बजरंग दल जैसे आतंकबादी संगठनों को छूट मिलने के कारण हालात और बिगड़ते जा रहे हैं।