पत्रकार वार्ता में सवालों के जवाब देतीं हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी।
भाजपा की वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी सोमवार को हरियाणा के रोहतक पहुंचीं। इस दौरान पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी को चुनौती दी।
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उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को अगर दलितों की इतनी ही चिंता है तो कुमारी सैलजा को CM कैंडिडेट घोषित करें। भूपेंद्र हु्डडा से जब हाथ मिल गया है तो दिल भी मिल गया होगा। फिर तो हुड्डा भी सपोर्ट करेंगे ही।
रोहतक स्थित भाजपा के प्रदेश मीडिया सेंटर में पहुंची स्मृति ईरानी
यह है पूरा बयान… पत्रकारों के सवालों के जवाब देते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा, ‘हाथ मिले हैं, दिल मिले हैं क्या? और वह मिलाप क्या जो मजबूरी में हो? मैंने कहा न, दलितों की इतनी चिंता है तो सैलजा जी (कुमारी सैलजा) को CM कैंडिडेट घोषित कर दें। और अगर हाथ मिलने से दिल भी मिल चुके हों तो हुड्डा जी (भूपेंद्र हुड्डा) भी उनका समर्थन कर ही देंगे।’
नारायणगढ़ की जनसभा में हाथ मिलवाए बता दें कि आज ही कांग्रेस की हरियाणा विजय संकल्प यात्रा शुरू होने के दौरान राहुल गांधी ने अंबाला के नायारणगढ़ में एक जनसभा को संबोधित किया था। इस दौरान मंच पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं समेत पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा और सांसद कुमारी सैलजा भी मौजूद थीं। इस दौरान राहुल ने सैलजा और हुड्डा की नाराजगी को दूर करते हुए उनके हाथ मिलवाए थे।

जनसभा के दौरान सैलजा और हुड्डा के हाथ मिलवाते राहुल गांधी।
सैलजा और हुड्डा के बीच नाराजगी की 3 वजहें…
1. सैलजा ने CM कुर्सी का दावा ठोका चुनाव की घोषणा के बाद सिरसा सांसद कुमारी सैलजा ने CM कुर्सी पर दावा ठोक दिया। सैलजा ने कहा कि प्रदेश में अनुसूचित जाति का सीएम होना चाहिए। चूंकि इस वक्त भूपेंद्र हुड्डा सीएम कुर्सी के सबसे बड़े दावेदार हैं। इस वजह से हुड्डा समर्थक इससे नाराज हो गए।
2. टिकट बंटवारे में हुड्डा की चली कांग्रेस में टिकट बंटवारे को लेकर सैलजा ने समर्थकों को टिकट दिलाने की पूरी कोशिश की। हालांकि इसमें हुड्डा की चली। 90 टिकटों में से सबसे ज्यादा 72 हुड्डा के ही समर्थकों को मिल गई। इसकी वजह से सैलजा नाराज हो गई।
3. जातिसूचक शब्द से ज्यादा नाराज हुईं, प्रचार छोड़ा इसके बाद एक सीट पर सैलजा मंच से पहले घोषणा करने के बावजूद अपने समर्थक को टिकट नहीं दिला सकी। यहां से हुड्डा समर्थक को टिकट मिल गया। इसके बाद इसी सीट के उम्मीदवार से जुड़े समर्थक ने सैलजा के प्रति जातिसूचक शब्द कहे। इससे सैलजा इस कदर नाराज हुईं कि उन्होंने चुनाव प्रचार छोड़ दिया। वह नाराज होकर घर बैठ गईं।

विपक्ष में बैठेगी कांग्रेस इसके बाद भी स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी की यात्रा पर वार किया। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले पैदल यात्रा की थी तो वह विपक्ष में बैठे थे। ऐसे ही वह हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले यात्रा कर रहे हैं, तो यहां भी कांग्रेस विपक्ष में बैठेगी।
क्या कांग्रेस छोटी पार्टियों को रिमोट से चलाती है? राहुल गांधी ने एक बयान में कहा था कि UPA गठबंधन की छोटी पार्टियों को भाजपा रिमोट से चलाती है। इस पर प्रेसवार्ता के दौरान स्मृति ईरानी ने तंज कसा। कहा कि राहुल यह बताएं कि इंडी गठबंधन की छोटी-छोटी पार्टियों को क्या कांग्रेस रिमोट से चलती है? पहले राहुल गांधी स्पष्ट करें। भाजपा तो सभी सहयोगी पार्टियों को समान भाव से देखती है।

पत्रकार वार्ता करते हुए स्मृति ईरानी और अन्य।
रॉबर्ट वाड्रा की अडानी के साथ फोटो क्यों? वहीं, राहुल गांधी अक्सर अपनी सभाओं में कहते नजर आते है कि भाजपा सरकार को अडानी चला रहे हैं। राहुल के इस बयान पर भी स्मृति ईरानी ने पलटवार किया। स्मृति ने कहा कि राहुल गांधी बताएं कि रॉबर्ट वाड्रा की अडानी के साथ फोटो क्यों है?
वहीं, किसानों के मुद्दे पर भी स्मृति ने कांग्रेस को घेरा। उन्होंने कहा कि हरियाणा में किसानों की बात करें तो 12,500 करोड़ का मुआवजा भाजपा सरकार ने दिया है। जबकि, कांग्रेस की सरकार में 1,100 करोड़ मुआवजा मिला था। भाजपा सरकार कांग्रेस के मुकाबले अधिक फसलों पर MSP भी दे रही है।