लखनऊ।
अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष दिलनवाज खान की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ है जिसमें मुख्य अतिथि राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय महासचिव संगठन त्रिलोक त्यागी मौजूद रहे। इस अवसर पर थानाभवन के विधायक अशरफ अली, राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे, राष्ट्रीय सचिव विजय श्रीवास्तव एवं अनुपम मिश्रा मौजूद रहे।
सम्मेलन को सम्बोधित करते हुये राष्ट्रीय महासचिव संगठन त्रिलोक त्यागी ने कहा कि भारत रत्न चौधरी चरण सिंह ऐसे नेता थे जिन्होंने जाति और धर्म के ऊपर उठकर भाईचारे की बात की। उन्होंने एक ही जाति को मान्यता दी वो जाति है किसान न कोई हिन्दू न कोई मुसलमान। चौधरी चरण सिंह के सपनों का भारत जिसको बनाने के लिए रालोद कार्यकर्ता बाध्य एवं दृढसंकल्पित हैं।
उन्होंने आगे कहा कि आने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी जम्मू कश्मीर में चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है चुनाव में रालोद के पक्ष में ऐतिहासिक परिणाम आयेगे। उन्होंने उत्तर प्रदेश में उपचुनाव को लेकर कहा कि हम एनडीए के साथ सभी 10 सीटों पर चुनाव लडने की तैयारी कर रहे हैं।
विधायक अशरफ अली ने कहा कि भारत रत्न चौधरी चरण सिंह मुसलमानों के रहनुमा थे जिन्होेने अपने मंत्रिमंडल में अल्पसंख्यक समुदाय में प्रतिनिधित्व दिया। रालोद ने सदैव पिछड़ों और अल्पसंख्यकों की लडाई लडी है और वर्तमान में चौधरी चरण सिंह भी भाईचारा में विश्वास रखते हैं।
राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे ने कहा कि राष्ट्रीय लोकदल का प्रत्येक कार्यकर्ता चौधरी चरण सिंह के सपनों का भारत बनाने के लिए निरन्तर प्रयत्नशील है। रालोद द्वारा आयोजित भाईचारा सम्मेलन हिन्दु मुस्लिम एकता का प्रतीक है।
अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष दिलनवाज खान, पूर्व विधायक ने कहा कि आज का यह सम्मेलन संगठन की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है। सफल कार्यक्रम की सभी कार्यकर्ताओं को बधाई देते हुये कई पदाधिकारियों की घोषणा की।
इस अवसर पर अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव आतिर रिजवी,महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष परिणीता सिंह , सामाजिक न्याय मंच की अध्यक्ष संगीता दोहरे, क्षेत्रीय अध्यक्ष योगेन्द्र सिंह चेयरमैन, उस्मान गद्दी, डाॅ0 इरफान वसीउल्लाह ख़ान शामली ,उमरदीन मंसूरी शामली ,मोहम्मद उस्मान रामपुर, इरफ़ानउद्दीन बिजनौर,सलीम क़ुरैशी मुरादाबाद, सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे। इस अवसर पर बुंदेलखंड क्षेत्र से वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता प्रदीप मिश्रा ने भी चौधरी चरण सिंह की नीतियों में आस्था व्यक्त करते हुए रालोद की सदस्यता ग्रहण की।