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- 5 Important Lessons For Retail Investors To Navigate Market Volatility Safely
मुंबई8 घंटे पहले
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SEBI ने इस अमेरिकी ट्रेडिंग कंपनी पर बाजार में 4,843.57 करोड़ रुपए के हेरफेर का आरोप लगाया है।
भारतीय शेयर बाजार में जेन स्ट्रीट ग्रुप मामले ने एक बड़े घोटाले को उजागर किया है। SEBI ने इस अमेरिकी ट्रेडिंग कंपनी पर बाजार में 4,843.57 करोड़ रुपए के हेरफेर का आरोप लगाया है। इससे घोटाले से छोटे निवेशकों को भारी नुकसान हुआ है। यहां सवाल-जवाब में समझें रिटेल निवेशकों लिए 5 जरूरी सबक…
सवाल 1: बड़े निवेशक बाजार को कैसे प्रभावित करते हैं, रिटेल निवेशकों को क्या करना चाहिए?
जवाब: बड़े ट्रेडर्स, जैसे जेन स्ट्रीट, भारी मात्रा में खरीद-बिक्री करके बाजार के इंडेक्स (जैसे निफ्टी, बैंक निफ्टी) को प्रभावित कर सकते हैं। खासकर ऑप्शंस एक्सपायरी के दिन, ये अपनी रणनीतियों से बाजार में तेज उछाल या गिरावट ला सकते हैं, जो असली बाजार सेंटिमेंट को नहीं दर्शाता।
कैसे काम करता है?
बड़े फंड्स और विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) अपने बड़े वॉल्यूम के दम पर इंडेक्स को ऊपर-नीचे कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, जेन स्ट्रीट ने सुबह के समय भारी खरीदारी कर इंडेक्स को बढ़ाया और फिर ऑप्शंस में शॉर्ट पोजीशन लेकर मुनाफा कमाया।
सावधानी:
- अचानक बाजार में तेजी या गिरावट देखकर जल्दबाजी में ट्रेड न करें।
- केवल SEBI-रजिस्टर्ड ब्रोकर या सलाहकारों की सलाह पर भरोसा करें।
- छोटे निवेशक को अपने निवेश का जोखिम तय करना चाहिए और बड़े खिलाड़ियों के हेरफेर से बचने के लिए लंबी अवधि के निवेश पर ध्यान देना चाहिए

सवाल 2: इंडेक्स मूवमेंट को देखकर ट्रेडिंग क्यों जोखिम भरा है?
जवाब: निफ्टी या बैंक निफ्टी में अचानक तेजी या गिरावट देखकर ट्रेडिंग करना खतरनाक हो सकता है, क्योंकि ये मूवमेंट बड़े निवेशकों की रणनीति या बाजार की अफवाहों का नतीजा हो सकता है।
कैसे काम करता है? बड़े ट्रेडर्स इंडेक्स को अपने फायदे के लिए हेरफेर कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, जेन स्ट्रीट ने “मार्किंग द क्लोज” रणनीति का इस्तेमाल किया, जिसमें ट्रेडिंग के आखिरी घंटे में बड़े सौदे कर इंडेक्स की क्लोजिंग कीमत को प्रभावित किया।
सावधानी:
- हमेशा टेक्निकल इंडिकेटर्स जैसे RSI (रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स), MACD, या वॉल्यूम डेटा की जांच करें।
- ओपन इंटरेस्ट (OI) डेटा देखें, जो यह बताता है कि कितने कॉन्ट्रैक्ट्स खुले हैं और बाजार का रुझान क्या है।
- सोशल मीडिया या अपुष्ट खबरों पर भरोसा न करें। अपने निवेश के लिए एक रणनीति बनाएं और उसे नियमित रूप से फॉलो करें।
सवाल 3: ऑप्शंस एक्सपायरी डे पर रिटेल निवेशकों को क्यों सावधान रहना चाहिए?
जवाब: ऑप्शंस एक्सपायरी डे (जब ऑप्शंस कॉन्ट्रैक्ट्स की मियाद खत्म होती है) सबसे जोखिम भरा होता है, क्योंकि बड़े निवेशक इस दिन इंडेक्स को अपनी पोजीशन के हिसाब से हेरफेर कर सकते हैं।
कैसे काम करता है?
एक्सपायरी डे पर बड़े ट्रेडर्स भारी खरीद-बिक्री कर इंडेक्स को ऊपर या नीचे ले जा सकते हैं, जिससे ऑप्शंस के प्रीमियम में अचानक भारी बदलाव होता है। SEBI के अनुसार, जेन स्ट्रीट ने ऐसी रणनीतियों से 4,843 करोड़ रुपये का अवैध मुनाफा कमाया।
सावधानी:
- अगर आप ऑप्शंस ट्रेडिंग में नए हैं, तो एक्सपायरी डे पर ट्रेडिंग से बचें।
- अगर ट्रेड करना जरूरी हो, तो बहुत कम पूंजी लगाएं और सख्त स्टॉप लॉस का इस्तेमाल करें।
- केवल अनुभवी ट्रेडर्स ही एक्सपायरी डे पर छोटी पोजीशन के साथ ट्रेड करें, और वह भी पूरी रिसर्च के बाद।
- बाजार की अस्थिरता को समझने के लिए NSE की वेबसाइट पर उपलब्ध VIX (वोलैटिलिटी इंडेक्स) डेटा देखें।

सवाल 4: SEBI की एडवाइजरी और वॉर्निंग्स का उपयोग कैसे करें?
जवाब: SEBI समय-समय पर निवेशकों को स्कैम्स, अनधिकृत सलाहकारों और जोखिमों के बारे में चेतावनी देता है। इनका पालन करने से निवेशक सुरक्षित रह सकते हैं।
कैसे काम करता है?
SEBI की वेबसाइट (www.sebi.gov.in) (www.sebi.gov.in) पर निवेशकों के लिए गाइडलाइन्स, चेतावनियां और रजिस्टर्ड ब्रोकरों की सूची उपलब्ध होती है।
सावधानी:
- SEBI की वेबसाइट पर नियमित रूप से जाएँ और नवीनतम नोटिस पढ़ें।
- अगर आपको कोई धोखाधड़ी नजर आए तो SEBI की SCORES (SEBI Complaints Redress System) वेबसाइट पर शिकायत दर्ज करें,
- केवल SEBI-रजिस्टर्ड ब्रोकर (जैसे Zerodha, Upstox) और सलाहकारों के साथ काम करें। उनकी पंजीकरण संख्या चेक करें।
- फर्जी कॉल्स या टेलीग्राम/व्हाट्सएप ग्रुप्स से आने वाली टिप्स पर भरोसा न करें।
5. सवाल: लालच से कैसे बचें?
जवाब: जल्दी मुनाफा कमाने का लालच या FOMO (फियर ऑफ मिसिंग आउट) रिटेल निवेशकों को गलत फैसले लेने के लिए उकसा सकता है, जिससे नुकसान होता है।
कैसे काम करता है?
सोशल मीडिया पर फिनफ्लुएंसर्स या अपुष्ट टिप्स के जरिए निवेशक जल्दी अमीर बनने के सपने देखते हैं। जेन स्ट्रीट जैसे मामले दिखाते हैं कि बाजार में जोखिम बहुत ज्यादा है, और बिना सोचे-समझे ट्रेडिंग नुकसानदायक हो सकती है।
सावधानी:
- हर दिन बाजार में मौका मिलेगा, इसलिए जल्दबाजी में बड़ा दांव न लगाएं।
- हमेशा स्टॉप लॉस सेट करें, ताकि नुकसान सीमित रहे।
- अपनी रिस्क क्षमता के हिसाब से निवेश करें। उदाहरण के लिए, अपनी मासिक आय का केवल 5-10% ही ट्रेडिंग में लगाएं।
- सोशल मीडिया पर “100% रिटर्न” जैसे दावों से बचें। हमेशा रिसर्च करें।
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SEBI ने अमेरिकी ट्रेडिंग फर्म जेन स्ट्रीट ग्रुप और उससे जुड़ी 3 कंपनियों पर बैन लगा दिया है। अमेरिकी ट्रेडिंग फर्म पर इंडेक्स एक्सपायरी के दिन कीमतों में हेराफेरी करने का आरोप लगा है। SEBI ने 4,843.57 करोड़ रुपए की अवैध कमाई को जब्त करने का आदेश भी दिया है। पूरी खबर पढ़ें…