देशभर में न्याय के आंदोलन में नैतिक बल देने वाले एकमात्र नेता राहुल गांधी: रजत यादव*
लखनऊ
हल्ला बोल आंदोलन के राष्ट्रीय महासचिव रजत यादव ने दिल्ली में कांग्रेस का दामन थामा।
कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल और मीडिया चेयरमैन पवन खेड़ा और राज्य सभा सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह ने रजत यादव को कांग्रेस पार्टी में शामिल कराया। रोज़गार आंदोलन के देश के सबसे बड़े नेताओं में से एक रजत यादव सरकारी भर्तियों में हुई अनियमितता के खिलाफ़ लगातार आंदोलित रहें हैं। उन्होंने 18 सितंबर को नेता विपक्ष राहुल गाँधी से मुलाक़ात की थी जिस्म रोज़गार समेत खेती-किसानी और आर्थिक नीतियों पर लंबी बात हुई।
बुलन्दशहर जिले की सिकंदराबाद विधानसभा के मोहाना गांव के निवासी रजत यादव लागातार पढ़ाई-कमाई-दवाई समेत पर्यावरण और बेरोज़गारी के मुद्दों को मुखरता के साथ उजागर करते आए हैं। बीते दिनों नेता विपक्ष राहुल गांधी ने हल्ला बोल आंदोलन की पूरी टीम से मुलाक़ात की है। बेरोज़गारी के ख़िलाफ़ युवाओं के सबसे मज़बूत आवाज़ माने जाने वाले नेता अनुपम की टीम के हिस्सा हैं रजत।
रजत यादव कहते हैं की, “राहुल गाँधी चाहते हैं कि वैचारिक प्रतिबद्धता वाले ऊर्जावान युवा नेता राजनीति में आयें। और आज के दौर में न्याय के लिए प्रतिबद्ध अगर किसी नेता में सबसे ज़्यादा नैतिक बल दिखाई देता है तो वो राहुल गांधी के सिवाय कोई और नहीं है। भारत जोड़ो यात्रा उसका प्रमाण है।”
क़यास लगाए जा रहे हैं कि राष्ट्रीय स्तर पर बेरोज़गारी और युवाओं के भविष्य को लेकर कांग्रेस पार्टी रणनीति बना रही है।
यह बैठक कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व सांसद केसी वेनूगोपल से भी हुई है। आने वाले प्रदेश के चुनावों में भी रजत की महत्वपूर्ण भूमिका तय की जा सकती है।