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मोदी बोले- संविधान ने आपातकाल देखा और इसका सामना किया:  ये इसकी ताकत; CJI बोले-जज का रोल अक्सर तलवार की धार पर चलने जैसा

मोदी बोले- संविधान ने आपातकाल देखा और इसका सामना किया: ये इसकी ताकत; CJI बोले-जज का रोल अक्सर तलवार की धार पर चलने जैसा


नई दिल्ली3 घंटे पहले

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पीएम मोदी ने कहा- आज भारतीय संविधान का 75वां वर्ष है। ये देश के लिए बहुत गर्व की बात है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार शाम सुप्रीम कोर्ट में संविधान दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे। उन्होंने यहां भारतीय न्यायपालिका की वार्षिक रिपोर्ट 2023-24 जारी की।

पीएम ने अपने संबोधन में कहा- हमने देश में आपातकाल देखा है। हमारे संविधान ने लोकतंत्र के सामने आई इस चुनौती का सामना किया है। ये संविधान की ही ताकत है कि आज जम्मू-कश्मीर में बाबा साहेब अंबेडकर का संविधान पूरी तरह से लागू हो रहा है। आज पहली बार जम्मू-कश्मीर में संविधान दिवस मनाया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि ये भारतीय संविधान का 75वां वर्ष है। ये देश के लिए बहुत गर्व की बात है। मैं संविधान और संविधान सभा के सभी सदस्यों को नमन करता हूं। हम यह नहीं भूल सकते कि आज मुंबई में हुए आतंकी हमले की भी बरसी है।

पीएम ने कहा- जिन लोगों ने इस हमले में अपनी जान गंवाई। मैं उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। मैं देश के संकल्प को भी दोहराना चाहता हूं कि भारत की सुरक्षा को चुनौती देने वाले सभी आतंकवादी संगठनों को करारा जवाब मिलेगा।

वहीं कार्यक्रम में CJI संजीव खन्ना ने कहा- जज का रोल अक्सर तलवार की धार पर चलने जैसा होता है। ज्यूडिशियरी का रोल सीधे लोकतंत्र से जुड़ा है। ये संविधान के निर्धारित दिशा-निर्देशों के कारण ही संभव हो पाया है। हमारा संविधान जीवित दस्तावेज है।

कार्यक्रम की 2 तस्वीरें…

सीजेआई ने पीएम मोदी को तिहाड़ में बंद कैदी की बनाई पेंटिंग गिफ्ट की।

सीजेआई ने पीएम मोदी को तिहाड़ में बंद कैदी की बनाई पेंटिंग गिफ्ट की।

कार्यक्रम में कई वकील और अन्य लोग मौजूद रहे।

कार्यक्रम में कई वकील और अन्य लोग मौजूद रहे।

पीएम के संबोधन की मुख्य बातें…

  • डॉ राजेंद्र प्रसाद ने संविधान सभा में अपने भाषण में कहा था कि भारत को 50 ईमानदार लोगों के समूह की जरूरत है, जो देश के हित को अपने से ऊपर रखते हैं। राष्ट्र प्रथम की ये भावना आने वाले कई सालों तक भारतीय संविधान को जीवंत रखेगी।
  • संविधान ने मुझसे जो मर्यादा मांगी मैंने उसका पालन करने का प्रयास किया है। मैंने उसका अतिक्रमण करने का प्रयास नहीं किया है।
  • एक समय था जब वरिष्ठ नागरिकों को बैंकों में जाकर यह साबित करना पड़ता था कि वे जीवित हैं। आज वरिष्ठ नागरिक डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र की सुविधा का लाभ उठा रहे हैं।
  • संविधान की मूल प्रति में भगवान राम, माता सीता की तस्वीरें हैं। भारतीय संस्कृति के प्रतीक चित्र इसलिए हैं ताकि वे हमें मानवीय मूल्यों की याद दिला सकें। ये मानवीय मूल्य आज के भारत की नीतियों और निर्णयों का आधार हैं।

सीजेआई बोले- जज का रोल तलवार की धार पर चलने जैसा

कार्यक्रम में CJI संजीव खन्ना ने कहा- ज्यूडिशियरी का रोल सीधे लोकतंत्र से जुड़ा है। ये संविधान के निर्धारित दिशा-निर्देशों के कारण ही संभव हो पाया है। हमारा संविधान जीवित दस्तावेज है।

उन्होंने कहा कि जज का रोल अक्सर तलवार की धार पर चलने के जैसा होता है। हर एक फैसले में बराबरी के अधिकारों-जिम्मेदारियों के संतुलन की आवश्यकता होती है। लेकिन ये ऐसा खेल होना चाहिए जिसमें किसी को किसी एक साभ और दूसरे की हानि नहीं होनी चाहिए। क्योंकि इसी के कारण अदालतों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े होते हैं।

संविधान दिवस एक मंच पर दिखे मोदी-राहुल, संविधान अब संस्कृत और मैथिली में भी

मंगलवार को ही देश के संविधान के 75 साल पूरे होने पर पुरानी संसद के सेंट्रल हॉल में विशेष कार्यक्रम हुआ। इसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला भी मौजूद रहे थे। आयोजन की थीम हमारा संविधान, हमारा स्वाभिमान रखी गई थी।

आयोजन में पहली बार PM नरेंद्र मोदी और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी एक साथ एक ही मंच पर बैठे नजर आए। इनके अलावा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्‌डा, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू, राज्यसभा के डिप्टी स्पीकर हरिवंश भी थे।

संविधान अपनाने की 75वीं वर्षगांठ पर सिक्का और डाक टिकट भी जारी किया गया। संस्कृत और मैथिली में संविधान की प्रतियां भी जारी की गईं। 2 किताबों ‘भारतीय संविधान का निर्माण: एक झलक’ और ‘भारतीय संविधान का निर्माण और इसकी गौरवशाली यात्रा’ का विमोचन किया गया। पूरी खबर पढ़ें…

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संविधान से जुड़ी अन्य खबरें…

संविधान रक्षक कार्यक्रम में राहुल गांधी बोले- जो दलितों की बात करेगा, उसका माइक बंद होगा

राहुल गांधी ने कहा कि जहां हमारी सरकार आएगी, वहां जाति जनगणना कराएंगे। हम ये तेलंगाना में कर रहे हैं। राहुल ने ये बात दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में कांग्रेस के संविधान रक्षक कार्यक्रम के दौरान कही। नेता प्रतिपक्ष के भाषण के दौरान उनका माइक बंद हो गया।

राहुल का माइक जब 6 मिनट बाद ऑन हुआ तो उन्होंने कहा कि जो दलितों की बात करेगा, उसका माइक बंद होगा। अगर हिंदुस्तान की जनगणना को देखें तो 15% दलित, 15% अल्पसंख्यक हैं, लेकिन पिछड़े वर्ग के कितने हैं, ये नहीं पता। पिछड़ा वर्ग 50% से कम नहीं है। हिंदुस्तान की 90% आबादी इन्हीं वर्गों से है। पूरी खबर पढ़ें…

खबरें और भी हैं…



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