लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी थाने में अंसल एपीआई के निदेशक और कर्मचारियों के खिलाफ पांच और एफआईआर पीड़ितों ने दर्ज कराई है। आरोपियों ने पीड़ितों से करीब 1.29 करोड़ रुपए प्लॉट और फ्लैट के नाम पर लिए, लेकिन कब्जा नहीं दिया। पुलिस सभी मामलों में मुकदमा दर्
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रुपए लेकर प्लॉट किसी और को दे दिया बंथरा के औरावां निवासी अखिलेश कुमार सिंह ने पुलिस को बताया कि 8 मई 2022 को 50 लाख में प्लॉट खरीदा था। जिस पर अंसल कंपनी ने कब्जा नहीं दिया। जानकारी करने पर पता चला कि कंपनी के अरुण जैन, जितेंद्र कटारिया, अमित कुमार और प्रिंस निषाद ने साजिश के तहत उनका आवंटन निरस्त कर सुमेर अग्रवाल को वह प्लॉट दे दिया। इसी तरह अलीगंज के सेक्टर-के निवासी संजय कुमार गुप्ता ने वर्ष 2015 में अंसल कंपनी के मिष्टी होम्स में फ्लैट बुक किया था। एग्रीमेंट कर 38.43 लाख रुपए जमा करा लिए, लेकिन कंपनी ने सेल डीड नहीं की। दूसरी तरफ गाजीपुर के संजय गांधी पुरम निवासी आलोक कुशवाहा का कहना है कि 2013 में 35.28 लाख रुपए देकर लेक व्यू अपार्टमेंट में फ्लैट बुक कराया था। आज तक फ्लैट नहीं मिला। पैसे वापस मांगने पर धमका कर भगा दिया गया। जबकि हजरतगंज नरही निवासी संगीता अग्रवाल ने 2.69 लाख रुपए देकर एक प्लॉट बुक कराया था। उनका कहना है कि कंपनी ने प्लॉट पर आज तक कब्जा नहीं दिया। वहीं राजाजीपुरम की सपना कॉलोनी निवासी दीपक मुटरेजा के मुताबिक अंसल कंपनी से 2.15 लाख रुपए प्लॉट के नाम पर ले लिए। प्लॉट न मिलने पर रुपए वापस मांगने पर धमकी दी।