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किसान आज करेंगे दिल्ली कूच:  पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर से जत्था होगा रवाना, दिल्ली जाने की परमिशन नहीं मिली, धारा 163 लागू – Punjab News

किसान आज करेंगे दिल्ली कूच: पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर से जत्था होगा रवाना, दिल्ली जाने की परमिशन नहीं मिली, धारा 163 लागू – Punjab News


हरियाणा और पंजाब के शंभू बाॅर्डर पर बैठे किसान। यहां इसी साल फरवरी महीने से प्रदर्शन चल रहा है।

हरियाणा और पंजाब के शंभू बॉर्डर से आज किसान दिल्ली के लिए रवाना होंगे। हालांकि हरियाणा सरकार ने साफ कर दिया है कि बिना परमिशन के किसान दिल्ली नहीं जा पाएंगे। अभी तक किसानों को कोई परमिशन नहीं मिली है।

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वहीं किसानों ने ऐलान कर दिया है कि आज 101 किसानों का जत्था दिल्ली की ओर रवाना होगा। उधर इसको लेकर हरियाणा और पंजाब पुलिस अलर्ट है। शंभू बॉर्डर पर सिक्योरिटी बढ़ा दी गई है। वहां पर नए सिरे से बैरिकेडिंग कर दी गई है। जाली, कैमरे और लाउडस्पीकर तक लगा दिए गए हैं।

अंबाला जिले और खनौरी बॉर्डर पर धारा-163 (पहले धारा- 144) लगाई है। ऐसे में अगर यहां पर 5 या 5 से ज्यादा लोग इकट्‌ठे होते हैं तो उन पर कार्रवाई की जाएगी।

खनौरी बॉर्डर के पास तैनात की गई फोर्स।

पंधेर बोले- 101 किसान पैदल दिल्ली की तरफ जाएंगे किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि अंबाला के DC ने भ्रम की स्थिति पूरे देश के सामने रखी है कि 10-15 हजार किसान दिल्ली की तरफ जाएंगे, लेकिन हम पहले ही साफ कर रहे हैं क सिर्फ 101 किसान पैदल दिल्ली की तरफ जाएंगे। इसकी लिस्ट भी मीडिया के सामने सार्वजनिक की गई है।

पहले भी हाईकोर्ट-सुप्रीम कोर्ट में हरियाणा सरकार कहती रही है कि किसान ट्रैक्टर ट्रॉलियों को मॉडिफाइड करके आगे बढ़ते हैं। बिना इनके आगे बढ़ें तो जाने दिया जा सकता है। हम बोल रहे हैं कि हमारे पास कुछ नहीं होगा, सिर्फ झंडा और जरूरी चीजें होंगी।

पंधेर ने कहा कि पहले ये बोला गया कि खाप इनका विरोध करती हैं, लेकिन पूरी दुनिया में साफ हो गया कि खाप, व्यापारी किसानों का समर्थन करते हैं। सभी जानते हैं कि किसान आगे बढ़ेंगे तो बॉर्डर खुलेगा, लेकिन हरियाणा सरकार बॉर्डर नहीं खुलने दे रही है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रदर्शन कल भी पीसफुल था और आगे भी रहेगा।

मोर्चे को कमजोर नहीं करेंगे किसानों ने फिलहाल दो जगहों पर मोर्चा लगाया हुआ है एक शंभू बॉर्डर और दूसरा खनौरी बॉर्डर। खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं। आज उनकी भूख हड़ताल का 11वां दिन है। हालांकि उन्होंने साफ कर दिया है कि किसान यहां से आगे नहीं बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि दो दिन पहले आईजी हिसार ने हरियाणा के तीस गांवों के सरपंचों से मीटिंग की। इस दौरान उन्होंने कहा कि आंदोलनकारी किसान आगे जाते हैं, तो उनका विरोध किया जाए। लेकिन लोग उनकी बातों में नहीं आए।

दो दिन पहले चस्पा किए थे आदेश किसानों के दिल्ली कूच से 2 दिन पहले 4 दिसंबर को अंबाला प्रशासन ने शंभू बॉर्डर पर नोटिस चिपका दिए थे। जिसमें कहा गया है कि दिल्ली में प्रदर्शन या आंदोलन के लिए दिल्ली पुलिस की मंजूरी जरूरी है। मंजूरी हो तो अंबाला डीसी के ऑफिस को बताएं। सुप्रीम कोर्ट ने शंभू बॉर्डर पर यथास्थिति के आदेश दिए हैं।

किसानों को दिल्ली कूच की मंजूरी मुश्किल किसानों को दिल्ली कूच की परमिशन मिलनी मुश्किल है। दरअसल, 9 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पानीपत में कार्यक्रम है। किसानों ने दिन में 8 घंटे चलने का जो शेड्यूल बनाया है, उसके हिसाब से 3 दिन में वह पानीपत ही पहुंचेंगे। हरियाणा सरकार को लग रहा है कि ऐसे में PM की सिक्योरिटी को लेकर चिंता हो सकती है।

इसी वजह से सरकार कोई जोखिम नहीं लेना चाहती। CM नायब सैनी खुद पूरे मामले को लीड कर रहे हैं। ऐसे में संभावना है कि हरियाणा सरकार किसानों के पैदल भी दिल्ली कूच को अनुमति न दे।

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हरियाणा पुलिस बोली- किसान दिल्ली कूच न करें

किसानों के दिल्ली कूच पहले हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर पर पुलिस ने धारा 163 (पहले धारा 144) के नोटिस चिपकाए। ये नोटिस अंबाला के डिप्टी कमिश्नर ऑफिस की तरफ से जारी किया गया। जिसमें लिखा कि किसान दिल्ली पुलिस से परमिशन मिलने के बाद ही आगामी कार्यवाही करें, नहीं तो इस कार्यक्रम को स्थगित करें। पूरी खबर पढ़ें…



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