वाराणसी में दो दिवसीय दौरे पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी और आजमगढ़ मंडल में विकास परियोजनाओं को हरी झंडी दिखाई। विधायकों से विकास प्रस्तावों पर चर्चा के बाद उन्हें मंजूरी दे दी। सबसे ज्यादा प्रोजेक्ट PWD से जुड़े नजर आए। अफसरों ने आंकड़ा निकाला तो 3
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सीएम ने सभी विधायकों के साथ पीडब्ल्यूडी के अफसरों से संवाद किया। जनप्रतिनिधियों से उनके विधानसभा क्षेत्र की परिस्थितियों, विकासपरक कार्यों और जनता की मूलभूत जरूरतों को भी जाना। इसके साथ ही उन्होंने एक-एक करके व्यक्तिगत रूप से चर्चा कर प्राथमिकताएं पूरी करने की बात कही।
इसके बाद सीएम ने छह और जिलों के 600-700 करोड़ रुपये की लागत वाली सड़क, पुल और पुलिया निर्माण को मंजूरी दी है। उन्होंने विधायकों और एमएलसी से कार्यों के प्रस्तावों की प्राथमिकता तय कर विभाग को भेजें। पीडब्ल्यूडी के प्रमुख सचिव को काम शुरू कराने का निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को सर्किट हाउस में वाराणसी और आजमगढ़ मंडल के विधायकों और एमएलसी से वार्ता की।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोमवार रात तक प्रदेश सरकार के आठ मंत्रियों और करीब 34 विधायक, एमएलसी के साथ पूर्वांचल के विकास का खाका खींचा। पूर्वांचल के जिलों में बड़ी परियोजनाओं पर चर्चा की, विभागीय अधिकारियों से संभावनाएं जानी और प्रोजेक्ट को हरी झंडी दिखाते हुए जल्द शुरू कराने का निर्देश भी दे दिया।
सर्किट हाउस में वाराणसी और आजमगढ़ मंडल के मंत्री, विधायकों और एमएलसी ने विधानसभा क्षेत्रों में सड़क निर्माण के लिए पीडब्ल्यूडी के 3,165 विकास कार्यों में 22,468 करोड़ बजट का प्रस्ताव दिया, जिसे तत्काल मंजूरी दे दी। दोनों मंडलों के 7 जिलों में पीडब्ल्यूडी से अधूरे विकास कार्यों को पूरा कराने की बात कही।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को सर्किट हाउस में वाराणसी और आजमगढ़ मंडल से जुड़े सात जिलों के विकास का खाका खींचा। वाराणसी के आठ विधायकों और तीन एमएलसी के क्षेत्र में सड़क, पुल और पुलिया निर्माण के लिए करीब दो हजार करोड़ के प्रस्तावों को हरी झंडी दी।
मुख्यमंत्री ने सोमवार को वाराणसी और आजमगढ़ मंडल से आने वाले एक-एक विधायक से बात की और सड़क, पुल और पुलिस निर्माण से जुड़े प्रस्तावों की जानकारी ली। प्रदेश सरकार में मंत्री व सुभासपा के ओम प्रकाश राजभर के साथ उनकी पार्टी के विधायक भी आए।
मुख्यमंत्री ने नगर विकास विभाग के कार्यों में भी जनप्रतिनिधियों के प्रस्तावों को शामिल करने को निर्देशित किया। पर्यटन विकास, ब्लॉक मुख्यालयों तक संपर्क मार्ग, इंटर कनेक्टिविटी की सड़कें, धार्मिक स्थलों तक मार्ग, आरओबी बाईपास, फ्लाईओवर, सेतु, लघु सेतु, ओडीआर/एमडीआर की सड़कें, ब्लैक स्पॉटों के सुधार एवं पांटून पुल की बात कही गई।

बैठक में इनकी रही मौजूदगी
सीएम योगी के साथ कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर, पंचायतीराज मंत्री ओम प्रकाश राजभर, परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह, कारागार मंत्री दारा सिंह चौहान, राज्यमंत्री रविंद्र जायसवाल और डॉ. दयाशंकर मिश्र दयालु, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री दानिश अंसारी और खेलमंत्री गिरीश चंद्र यादव, विधायक और पूर्व मंत्री डा. नीलकंठ तिवारी, विधायक डॉ. अवधेश सिंह, त्रिभुवन राम, सौरभ श्रीवास्तव, डॉ. सुनील पटेल शामिल रहे।
इसके अलावा एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा, एमएलसी धर्मेंद्र सिंह, विशाल सिंह चंचल, विनीत सिंह मौजूद रहे। एडीजी जोन पीयूष मोर्डिया, डीएम सत्येंद्र कुमार, एसीपी शिवहरि मीणा, डीआईजी वैभव कृष्णा, वीडीए वीसी पुलकित गर्ग, नगर आयुक्त अक्षत वर्मा, सीडीओ हिमांशु नागपाल, डीएफओ स्वाति श्रीवास्तव मौजूद रहे।