फाफामऊ में तैयार कराया जा रहा पुल।
प्रयागराज में 2025 महाकुंभ को लेकर तैयारियां जोरों पर की जा रही हैं। खासतौर पर गंगा नदी पर पुलों की संख्या को बढ़ाने की तैयारी चल रही है। जिससे लोगों को आवागमन में आसानी हो सके और 2031 में लगने वाले कुंभ तक गंगा नदी पर पुलों की संख्या बढ़ाई जा सके। वर
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सिक्सलेन पुलों से आसान होगा आवागमन प्रयागराज आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। बड़ी संख्या में लोग संगम में डुबकी लगाने के लिए प्रतिदिन यहां पहुंचते हैं। जबकि माघ महीने और कुंभ में यह संख्या कई गुना बढ़ जाती है। ऐसे में लोगों को भारी जाम की समस्या से जूझना पड़ता है। इसको देखते हुए प्रदेश सरकार की ओर से प्रयागराज पहुंचने के लिए गंगा नदी पर सिक्सलेन पुलों की संख्या बढ़ाने का कार्य चल रहा है। प्रयागराज में विशेष रूप से गंगा नदी पर बन रहे पुलों को सिक्सलेन का तैयार कराया जा रहा है। इससे आने वाले दिनों में पुलों पर लगने वाले जाम से लोगों को राहत मिलेगी। वर्तमान में बन रहे पुलों को भी सिक्सलेन तैयार कराए जा रहे हैं। इसके अलावा जल्द ही कौड़ीहार के कुरेसर में भी एक नए पुल का निर्माण प्रस्तावित है। यह भी सिक्सलेन पुल रहेगा। अभी तक गंगा नदी पर शास्त्रीपुल, फाफामऊ पुल और यमुना नदी पर पुराना पुल, नया यमुना पुल मौजूद हैं। लेकिन 2031 तक प्रयागराज में कुल पुलों की संख्या बढ़कर आठ हो जाएगी। नए पुलों का कार्य पूरा होने पर लखनऊ और वाराणसी की तरफ से आने वाले लोगों को राहत मिलेगी।
महाकुंभ 2025 में आ सकते हैं 40 करोड़ श्रद्धालु महाकुंभ में इस बार प्रशासन की तरफ से लगाए जा रहे अनुमान के मुताबिक करीब 40 करोड़ श्रद्धालु प्रयागराज में पहुंचेगे। इसको देखते हुए शहर के साथ ही मेला क्षेत्र में बिजली की व्यवस्था को बेहतर बनाए रखने के लिए प्रयास अभी से किए जा रहे हैं। बिजली विभाग के अधिकारियों के मुताबिक आने वाले लोगों की भीड़ को देखते हुए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। इसको देखते हुए परेड ग्राउंड और एयरपोर्ट से लेकर ट्रिपलआईटी चौराहा तक बिजली के तारों को अंडर ग्राउंड किया जा चुका है। विभाग की तरफ से महाकुंभ को देखते हुए करीब पौने चार सौ करोड़ का कार्य किया जा रहा है। इसमें मेला क्षेत्र से लेकर शहर के अंदर तक स्थाई और अस्थाई कार्य शामिल किए गए हैं।
67 हजार स्ट्रीट लाइट्स से रौशन होगा मेला महाकुंभ के दौरान बसने वाले मेला को 67 हजार स्ट्रीट लाइटों से सजाने की तैयारी चल रही है। इसके अलावा मेला क्षेत्र में चौराहों और प्रमुख स्थानों पर सोलर से जलने वाली स्ट्रीट लाइट का उपयोग करने की तैयारी बिजली विभाग की तरफ से की जा रही है। जिससे किसी भी प्रकार की विपरीत परिस्थिति में सप्लाई बाधित ना हो सके और स्ट्रीट लाइट्स सोलर पैनल की मदद से जलती रहे। इसके अलावा मेला क्षेत्र में बनने वाले शिविरों में भी साढ़े चार लाख कैंप कनेक्शन देने की तैयारी है। इस बार पूरे मेला क्षेत्र में करीब 1700 किलोमीटर लंबी केबल बिछाने की तैयारी अभी से की जा रही है। इसमें 300 किलोमीटर लंबी एचटी लाइन और 1400 किलोमीटर लंबी एलटी लाइन केबल बिछाई जाएगी।