केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने सोशल मीडिया एक्स पर बंगाल में छात्रों के साथ मारपीट का एक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो के जरिए गिरिराज ने पश्चिम बंगाल की ममता सरकार पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने एक्स पर लिखा, ‘बंगाल में रोहिंग्या मुसलमान के लिए रेड का
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गिरिराज सिंह की ओर जारी किया गया ये वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो के मुताबिक, बिहार के दो छात्र बंगाल में SSC GD का फिजिकल देने गए थे। उनका सेंटर सिलीगुड़ी में था। दोनों कमरे में सोए हुए थे, इसी दौरान कुछ लोग उसके कमरे में पहुंचे और उसके साथ बदसलूकी करने लगे।
एक व्यक्ति गुस्से में कहता है- ‘बिहार से हो तो बंगाल क्यों आए हो। फिर वह व्यक्ति छात्रों से डॉक्यूमेंट की मांगने लगता है। इस पर छात्र हाथ-पैर जोड़ते हुए कह रहे हैं कि वो चले जाएंगे। डॉक्यूमेंट नहीं फाड़िएगा।’ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वायरल वीडियो में पीले शर्ट में दिख रहे शख्स का नाम रजत भट्टाचार्य है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।
गिरिराज बोले- बंगाल सरकार घुसपैठियों के लिए रेड कार्पेट बिछाकर रखती हैं
केंद्रीय मंत्री गिरिराज ने वायरल वीडियो शेयर कर बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘ ममता बनर्जी की सरकार जहां रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों के लिए रेड कार्पेट बिछाकर रखती है। वहीं अगर अपने ही देश के बच्चे, बिहार के बच्चे वहां(पश्चिम बंगाल) परीक्षा देने जा रहे हैं तो उनके साथ गुंडागर्दी हो रही है। उन्हें मारा जा रहा है। भगाया जा रहा है। यह तेजस्वी यादव भी देखें, राहुल गांधी भी देखें और बताएं की पश्चिम बंगाल एक राष्ट्र है या भारत का ही एक अंग है।’
जानिए वायरल वीडियो में क्या है
वायरल वीडियो में अंकित यादव सहित 2 छात्र सिलीगुड़ी में एक कमरे में सोए हुए थे। तभी बंगाल के कुछ लोग आए और उनको जबरदस्ती उठाने लगे। इसके बाद उनसे कई सवाल-जवाब किए। बांग्ला भाषा में कुछ लोग स्टूडेंट्स से सवाल पूछते हैं और कहते हैं कि बिहार से हो तो बंगाल में परीक्षा देने क्यों आए हो।
इस दौरान ये लोग बिहार के छात्रों से उनके डॉक्यूमेंट्स मांगते हैं। छात्र ने जब डॉक्यूमेंट्स दिखाने से मना किया तो एक छात्र के साथ एक व्यक्ति मारपीट करता है। उसे गाली देते हैं। इस दौरान वे लोग बिहार के छात्रों को जेल भेजने की भी धमकी भी देते नजर आ रहे हैं।
स्टूडेंट्स डॉक्यूमेंट दिखाने की जगह वापस बिहार लौट आने की बात कहता है। वे इसके लिए उठक-बैठक भी करते हैं और उन लोगों से माफी मांगते हैं। ये लोग छात्रों से उठक-बैठक करवाकर उन्हें जल्द से जल्द बिहार लौटने की धमकी देते हैं।
वायरल वीडियो की नीचे तीन तस्वीरें देखिए…

पीले शर्ट में दिख रहा शख्स छात्रों से डॉक्यूमेंट्स मांगता है। नहीं देने पर उसके साथ मारपीट की।

छात्र कान पकड़कर माफी मांगता है। कहता है अब बंगाल नहीं आऊंगा। इस पर आरोपी रजत उसे फिर मारता है।

आरोपी रजत ने दोनों छात्रों से कान पकड़कर उठक बैठक करवाई और कहा कि जितना जल्दी हो बिहार भाग जाओ।
बंगाल नहीं है डोमिसाइल, फिर क्यों आए
पीला शर्ट वाला कहता है, ‘जब तुम लोग बांग्ला जानते नहीं हो तो क्यों दूसरे जगह आ गए हो। छात्र कहते रहे कि हम SSC GD का फिजिकल देने आए हैं। सिलीगुड़ी मेरा सेंटर पड़ गया है। इसमें हमारी क्या गलती है। इस पर वह लोग काफी गुस्से में कहते हैं कि तुम लोग बांग्ला के नहीं हो तो फिर यहां क्यों आए हो।’
तुम बंगाल के डोमिसाइल नहीं हो तो क्यों तुमने अप्लाई किया। इसके बाद यह लोग अपने आप को IB और पुलिस के आदमी बताते हैं। वहीं, छात्र जब मां और भाई की कसम खाकर कहते हैं तो इन्हें छोड़ दिया जाता है।
छात्रों के पास खोज रहे थे नकली एडमिट कार्ड
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रजत भट्टाचार्य का आरोप है कि उन छात्रों के पास नकली एडमिट कार्ड था, इसलिए वह उन छात्रों को पुलिस के पास ले जाना चाहता था। पुलिस को दिए बयान में रजत ने कहा कि हम उन्हें पहले रंगे हाथों पकड़ना चाहते थे और फिर पुलिस के पास ले जाने की योजना थी। जब पूछा गया कि आपने कैसे पता लगाया कि उनके पास नकली प्रमाणपत्र हैं, तो रजत ने कहा कि हमने उन प्रमाण पत्रों को देखकर पता लगाया।
चिराग बोले- बिहारियों के साथ बदसलूकी कतई बर्दाश्त नहीं

पश्चिम बंगाल में बिहारी छात्रों से बर्बरतापूर्ण मारपीट की खबर बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है। वहां की मुख्यमंत्री ने फिर एक बार बिहारियों का अपमान किया है। जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। मैं ममता बनर्जी जी से पूछना चाहता हूं कि क्या पश्चिम बंगाल में परीक्षा देना भी गुनाह है? क्या अब भी विपक्षी दल के नेता चुप्पी साधे रहेंगे? मैं पूछना चाहता हूं बिहार के नेता प्रतिपक्ष से कि अब आप किस हक से तृणमूल कांग्रेस का समर्थन करेंगे। मैं माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से आग्रह करता हूं कि मामले की गहन जांच कराकर दोषियों पर विधिसम्मत कार्रवाई करें। -चिराग पासवान, केंद्रीय मंत्री