आज बिजनौर में आशा हेल्थ वर्कर एसोसिएशन के बैनर तले सैकड़ों आशा कार्यकत्रियों ने अपनी कई लंबित मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन कलेक्ट्रेट परिसर में किया गया, जहां आशा कार्यकत्रियों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए धरने पर बै
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डेढ़ साल से भुगतान लंबित, आशाओं ने उठाई आवाज
आशा कार्यकत्रियों का कहना है कि उन्होंने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (PMMVY) के तहत फॉर्म भरे थे, जो डेढ़ साल से लंबित हैं। न तो लाभार्थियों को भुगतान हुआ है और न ही आशा बहुओं को उनका हक मिला है। बावजूद इसके, आशाएं लगातार काम कर रही हैं। लेकिन अब, इस काम को आशा कार्यकत्रियों से लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को दे दिया गया है, जिससे आशाओं में असंतोष बढ़ गया है। उनकी मांग है कि यह काम फिर से आशाओं को दिया जाए।
फिक्स मानदेय की मांग
प्रदर्शन कर रही आशा कार्यकत्रियों ने बताया कि उन्हें सरकार की ओर से फिक्स मानदेय नहीं मिलता है, जबकि अन्य सरकारी कर्मचारियों को फिक्स सैलरी मिलती है। आशाओं को उनके काम का ही पैसा मिलता है, जो समय पर नहीं मिलता और पूरा भुगतान भी नहीं होता। साथ ही, भुगतान के एवज में उनसे रिश्वत की मांग की जाती है। इसलिए उन्होंने मांग की है कि उन्हें फिक्स मानदेय दिया जाए और भ्रष्टाचार पर सख्ती से कार्रवाई की जाए।
ज्ञापन सौंपा, कार्य ना मिलने पर काम करने से किया इनकार
आशाओं ने कहा कि वे केवल उन्हीं कार्यों को करेंगी, जिनका उन्हें भुगतान मिलेगा। जिन कार्यों के लिए उन्हें भुगतान नहीं होता, उन कार्यों को करने से उन्होंने इनकार किया है। कई अन्य मांगों को लेकर आशा कार्यकत्रियों ने प्रशासन को ज्ञापन सौंपा।
प्रदर्शन में सैकड़ों आशाएं रहीं मौजूद
प्रदर्शन में प्रमुख रूप से रेनू, दीपा, सायमा, साबिती, जमना, सर्वेश, ममता, रजनी, सुनीता, गीता देवी, अंश रानी और सीमा राना समेत सैकड़ों आशा कार्यकत्रियां शामिल रहीं। उन्होंने अपनी मांगों के पूरा होने तक आंदोलन जारी रखने की चेतावनी दी है।