ये दो तस्वीरें है पहली तस्वीर अंबेडकर की प्रतिमा लगी हुई और दूसरी तस्वीर प्रतिमा को ले जाते हुए ग्रामीण
बरेली के फरीदपुर तहसील के ग्राम रुरिया के अंबेडकर पार्क में बिना प्रशासनिक अनुमति के सोमवार रात बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित कर दी गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने प्रतिमा को हटवाकर ग्रामीणों को सौंप दिया। मंगलवार को दोबारा मूर्ति लगा
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भीम आर्मी और आजाद पार्टी के कार्यकर्ताओ से पुलिस की बातचीत होते हुए
भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ता पहुंचे
मंगलवार को भीम आर्मी संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष अजय प्रधान और जिला प्रभारी पवन सागर की अगुवाई में सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण और आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ता एकत्र हो गए। उन्होंने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और मूर्ति फिर से स्थापित करने की तैयारी में जुट गए।

यही वो अंबेडकर की प्रतिमा है जिसको अब पुलिस ने हटवा दिया है
अफसरों ने मौके पर पहुंचकर कराया मामला शांत
स्थिति को बिगड़ता देख मौके पर नायब तहसीलदार राकेश त्रिवेदी और थाना प्रभारी राधेश्याम पहुंचे। उन्होंने संगठन पदाधिकारियों से बातचीत कर एक सप्ताह में परमिशन दिलाने का आश्वासन दिया। प्रशासन की बात मानकर भीम आर्मी कार्यकर्ता फिलहाल शांत हो गए।

पुलिस के पहुचने पर सैकड़ो ग्रामीण पार्क में मौजूद
पहले भी भेजी गई थी परमिशन की मांग
दरअसल, ग्रामीणों ने 2 अप्रैल 2025 को अंबेडकर पार्क में प्रतिमा स्थापना के लिए शासन से अनुमति मांगी थी, लेकिन प्रक्रिया लंबित रही। इस बीच भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी ने ग्रामीणों के साथ मिलकर सोमवार रात प्रतिमा स्थापित कर दी।

भीम आर्मी और आजाद पार्टी के कार्यकर्ताओ से पुलिस की बातचीत होते हुए
परमिशन न दिखा सके ग्रामीण, पुलिस ने हटवाई प्रतिमा
मूर्ति स्थापना की जानकारी होते ही पुलिस मौके पर पहुंची। ग्रामीण प्रतिमा लगाने की अनुमति नहीं दिखा सके। इसके बाद पुलिस ने प्रतिमा उतरवाकर ग्रामीणों को सौंप दी और साफ कहा कि बिना मंजूरी सार्वजनिक स्थान पर प्रतिमा नहीं लगाई जा सकती।

अंबेडकर की प्रतिमा को ले जाते हुए ग्रामीण
सोशल मीडिया पर भड़की प्रतिक्रिया, एक्स हैंडल पर उठी मांग
घटना के बाद भीम आर्मी कार्यकर्ताओं ने सोशल मीडिया पर प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन की अपील की। मंगलवार सुबह बड़ी संख्या में संगठन कार्यकर्ता और ग्रामीण दोबारा पार्क में जुट गए।

इसी स्थान पर लगाई गई थी अंबेडकर की प्रतिमा
एक सप्ताह का समय, नहीं मिला जवाब तो फिर लगेगी मूर्ति
अजय प्रधान और पवन सागर ने कहा, “अगर तय समय में प्रशासन परमिशन नहीं देता है, तो हम गांव वालों की सहमति से प्रतिमा फिर से स्थापित करेंगे। प्रशासन की देरी से लोगों की भावनाएं आहत हो रही हैं।”
भारी पुलिस बल तैनात, स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में
पुलिस ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मौके पर अतिरिक्त फोर्स बुला ली थी। फिलहाल गांव में माहौल शांत है लेकिन पुलिस-प्रशासन पूरी तरह सतर्क है।